मुजफ्फरपुर में वायरल बुखार और वायरल ब्रोंकाइटिस्ट का कहर बढ़ता जा रहा है। मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक SKMCH में 40 बच्चे भर्ती हुए थे। फिर बुधवार देर रात अचानक से 30 बच्चों को भर्ती किया गया। इससे अफरातफरी का माहौल बन गया। पीकू वार्ड फूल होने के कारण वहां से बच्चों को पुराने अस्पताल में बने इंसेफेलाइटिस वार्ड में भर्ती किया गया। शिशु विभागाध्यक्ष डॉ. गोपाल शंकर साहनी ने बताया कि देर रात इसकी समीक्षा की गई और 15 बच्चे को इंसेफेलाइटिस वार्ड में शिफ्ट कराया गया है।
इधर, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने भी अस्पताल प्रबंधन से इस बीमारी का अपडेट लिया। उनके निर्देश पर तत्काल व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि वायरल फीवर के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पीकू वार्ड में बेड फूल हो चुका है। एक बेड पर दो-दो मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इससे परेशानी बढ़ती जा रही है।




इंसेफ्लाइटिस वार्ड में 35 बेड लगाए गए
डॉ. साहनी ने बताया कि इंसेफ्लाइटिस वार्ड में 35 बेड लगाए गए हैं। जिसमें 15 मरीजों को तत्काल रखा गया है। पीकू वार्ड में दूसरी बीमारियों के लिए 15 बेड खाली कराया गया है। अभी फिलहाल 115 मरीज वायरल बुखार के चपेट में आ गए हैं। सब का इलाज चल रहा है। अचानक से 30 मरीज आने के कारण डॉक्टरों की टीम भी आश्चर्यचकित है।

डेंगू के दो और मरीज मिले
वायरल बुखार के साथ अब डेंगू के मरीज भी सामने आ रहे हैं। SKMCH में दो और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। दोनों अहियापुर के रहने वाले हैं। इससे मरीजों की संख्या बढ़कर आठ हो गयी है। बताया गया कि SKMCH के OPD में दोनों मरीजों को लेकर परिजन आये थे। ब्लड का सैम्पल लेकर जांच के लिए भेजा गया था। जिसमे डेंगू की पुष्टि हुई है।

निरीक्षण करने पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम।
PHC प्रभारियों को कराया अलर्ट
सिविल सर्जन डॉ. विनय कुमार शर्मा ने बताया कि जिले के सभी PHC प्रभारियों को अलर्ट कराया गया है। जिन इलाकों से डेंगू और वायरल बुखार के मरीज अधिक आ रहे हैं। वहां पर विशेष निगरानी करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि PHC में इस लक्षण वाले मरीजों के इलाज़ की व्यवस्था है। PHC प्रभारियों को इससे अवगत करा दिया गया है। दवा से ही अधिकांश मरीज ठीक भी हो रहे हैं। अगर स्थिति खराब होती तो है तो फौरन SKMCH रेफर करने का निर्देश दिया गया है। ताकि यहां पर इलाज़ की समुचित व्यवस्था हो सके।
प्रभावित इलाकों में फॉगिंग
जिला मलेरिया पदाधिकारी ने बताया कि जिन इलाकों से डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। वहां पर फोगिंग शुरू करा दिया गया है। मीनापुर, कांटी और सरैया में फोगिंग हुई है। लोगों के बीच जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। बच्चों को धूप और गन्दे पानी मे जाने से रोकने की सलाह भी दी जा रही है।
