सरकार भी नई-नई स्कीमों के साथ जनता के स्वास्थ का ख्याल रखने की कोशिश कर रही है। आपको बता दे की कोरोना टीकाकरण को लेकर शनिवार से शुरू बंपर लकी ड्रॉ का असर देखा जा रहा है। लकी ड्रॉ की घोषणा के पहले दिन ही 10.5 लाख से अधिक टीके की खुराक दी गयी। हाल के दिनों में औसतन पांच से साढ़े पांच लाख कोरोना का टीका पड़ रहा था। जबकि शनिवार को टीका लगवाने के लिए दोगुनी संख्या में लोग पहुंचे। इसके साथ ही राज्य में सात करोड़ 97 लाख 58 हजार से अधिक टीके की डोज लग चुकी है। पहली बार दूसरी डोज लेनेवालों की संख्या ढाई करोड़ के पार गयी है।
इस टीकाकरण अभियान के तहत शनिवार को रात आठ बजे तक कुल 10 लाख 48 हजार टीके लगे थे। इसमें सर्वाधिक सात लाख 61 हजार 850 से अधिक दूसरी डोज, जबकि दो लाख 86 हजार 636 पहली डोज दी गई। बिहार के सर्वाधिक टीकाकरण करनेवाले जिलों में अररिया में 56 हजार 685, समस्तीपुर में 56 हजार 576, सीवान में 53 हजार 255, पूर्वी चंपारण में 51 हजार 748 व मधुबनी जिले में 51 हजार 619 डोज दी गई। सबसे कम 3375 डोज शिवहर में दी गई।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से बिहार में कोविड-19 की दूसरी डोज लेने वाले को लक्की ड्रा के माध्यम से टीवी, फ्रीज, मिक्सर ग्राइंडर, कूकिंग गैस, सिलिंग फैन, कंबल जैसे पुरस्कार देने की घोषणा की है। लकी ड्रॉ की अवधि 27 नवंबर से 31 दिसंबर निर्धारित की गयी है।
बिहार में कोरोना के तीन नए कोरोना संक्रमितों की पहचान शनिवार को हुई। इनमें वैशाली, सीवान तथा रोहतास में 1-1 मरीज मिला। राज्य के शेष 35 जिलों में कोरोना के नये मरीज नहीं मिले। कई दिनों के बाद पटना में एक भी नया मरीज नहीं मिला। राज्य में संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर 98.66 पर स्थिर रही। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे में राज्य में 1 लाख 75 हजार 902 सैंपल की कोरोना जांच की गई और संक्रमण दर शून्य रहा। राज्य में 9 संक्रमित इलाज के बाद स्वस्थ हो गए। राज्य में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या अभी 38 है। इनमें से 25 सक्रिय मरीज पटना में ही हैं। खतरा अब भी टला नहीं है , क्यूंकि नए कोरोना वेरिएंट की आने की आशंका अब भी बनी हुई है।