बिहार : दरभंगा में ज’मीनी वि’वाद में दो लोगो को जिं’दा ज’ला कर मा’र डा’लने की घ’टना को लोग भूले भी नहीं थे कि अ’पराधियों ने यहां ऐसी ही एक और वा’रदात को दोहराने की कोशिश की है। अ’पराधियों ने एक स्थानीय पत्रकार के घर को आग के हवाले कर दिया। मगर स’तर्क परिवारवालों ने इसे देख लिया जिससे अ’पराधियों के मं’सूबे नाकाम हो गये।

घटना मिश्रटोला मुहल्ले की है जहां अ’पराधियों ने देर रात एक बजे के लगभग एक दैनिक अखबार के पत्रकार राजेश कुमार नीरज के घर के दरवाजे पर पेट्रोल छिड़क कर उसे आग लगा दी। लेकिन यह संयोग ही था कि जब अपराधियों ने आग लगाई तो पत्रकार की बु’जुर्ग मां की नजर उस पर पड़ गई। उन्होंने तत्काल शो’र म’चा कर घरवालों को जगाया और आनन-फानन में पानी डाल कर आग को बु’झाया। परिवार ने अपराधियों के द्वारा पूरे परिवार को जिं’दा ज’ला कर मा’र डालने का शक जताया है।

पत्रकार की मां मुन्नी मिश्रा ने बताया कि सोमवार की रात खाना खाने के बाद घर के सभी लोग अपने-अपने कमरे में सोने चले गए थे। वो खाना खा रही थीं तभी घर के दरवाजे में अचानक आग लगा देख कर वो हैरान हो गईं। उन्होंने तुरंत हो-हल्ला मचाया ओर तत्काल पानी डा’ल कर किसी तरह आग को बु’झाया। उन्होंने कहा कि यदि थोड़ी भी देर हो जाती तो आग की लपटों से पास में खड़े दो मोटरसाइकिल जल जाते। इन मोटरसाइकिलों के बगल में कई भरे हुए गैस सिलेंडर थे जिनमें यदि आग लग जाती तो बड़ी भारी तबाही मचती।

वहीं, पीड़ित अखबार के क्राइम रिपोर्टर राकेश कुमार नीरज ने कहा कि अ’पराधियों की साजिश उनके पूरे परिवार को जिं’दा जला कर मार डालने की थी। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी ऐसी घटना हो चुकी है। कुछ वर्ष पहले एक अन्य मामले में जांच कर रही पुलिस को जब पता चला था कि पत्रकार की जान को खतरा है तो उन्हें एहतियातन सुरक्षा गार्ड उपलब्ध करवाया गया था।

देर रात घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और वहां का मुआयना किया। पुलिस सुबह आने की बात कह कर वहां से चली गई। हालांकि मंगलवार की दोपहर बाद तक भी पुलिस दो’बारा घ’टनास्थल पर नहीं गई थी।
