मुजफ्फरपुर। मोबाइल पर आने वाले काल अब ड’राने लगे हैं। पता नहीं यह काल किसी रं’गदार का हो और वह आपसे रं’गदारी की मांग करने लगेगा। रं’गदारी की मांग के लिए मोबाइल ह’थियार बन गया है। इन रं’गदारों के नि’शाने पर ज्यादातर व्यवसायी, डाक्टर व नेता होते हैं।
रं’गदारी की मांग होने के भ’य से अनजान नंबर से आए काल को रिसीव करने से भी ऐसे लोग प’रहेज करते हैं। कुछ तो रं’गदारी मांगे नंबर को रिचार्ज कराना भी छोड़ देते हैं। जिले में पिछले छह महीने में मोबाइल से काल कर रं’गदारी मांगने के आधा दर्जन से बड़े मामले सामने आए हैं।
अब तक की पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि अधिकांश मामले में प्रीएक्टीवेट सिम नंबर से रं’गदारी मांगी गई है। ऐसे सिम ग्राहकों के साथ फ’र्जीवाड़ा कर एक्टीवेट किया जाता है। सिम खरीदने पहुंचे ग्राहकों के आधार कार्ड नंबर पर पास मशीन पर कई बार अंगूठा लगवा लिया जाता है।
अगर किसी ने आ’पत्ति की तो उसे लिंक फे’ल होने का तर्क देकर चुप करा दिया जाता। ग्राहक को एक सिम देकर विदा कर दिया जाता और दूसरा सिम फ्रा’ड करने वालों के हाथों ऊंची कीमत लेकर बेचा जाता है। निवर्तमान एमएलसी दिनेश प्रसाद सिंह के मोबाइल पर काल व मैसेज कर उनसे एक करोड़ की रं’गदारी मांगी गई। रं’गदारी नहीं देने पर एके-47 से भूनने की धमकी दी गई। काल व मैसेज भेजने के लिए एक विशेष एप का प्रयोग किया है।
इस तरह का मैसेज एक साथ कई लोगों को भेजा गया है। पेट्रोल पंप मालिक सिवाईपट्टी थाना के टेंगरारी गांव अनिल कुमार गुप्ता को मोबाइल पर काल कर 15 लाख रुपये की रं’गदारी मांगी गई। रं’गदारी नहीं देने पर मंगिया गांव स्थित उनके पेट्रोल पंप परिसर में तीन ब’म फेंक दिया। मीनापुर के गोरीगामा पंचायत के पूर्व मुखिया सुधीर कुमार सिंह से उनकी खरीद की जमीन पर क’ब्जा दि’लाने के बदले दस लाख रुपये की रं’गदारी मांगी गई।
पिछले महीने मोतीझील के मोबाइल कारोबारी ब्रह्मपुरा के दिलीप कुमार से मोबाइल पर काल कर चार लाख रुपये की रं’गदारी मांगी गई। दो साल पहले शहर के पांच डाक्टरों को मोबाइल से काल कर 75 लाख रुपये की रं’गदारी मांगी गई थी। एसएसपी जयंतकांत ने कहा कि एमएलसी को काल करने वालों ने एक साथ कई लोगों को मैसेज भेजा है। मोबाइल से रं’गदारी मांगने के मामले की जांच की जा रही है। सभी को गि’रफ्तार किया जाएगा।

