मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर के मोतीपुर में पुलिस ने बरियारपुर पूर्वी पंचायत के मुखिया कृष्ण कुमार निषाद को शराब पीने के आ’रोप में माधोपुर स्थित घर से गि’रफ्तार किया। बताया जाता है कि उस समय वह कमरे में सो रहे थे। राज्य मुख्यालय के निर्देश पर पुलिस ने यह का’र्रवाई की है।
जानकारी मिलते ही मुखिया समर्थक सैकड़ों महिला-पुरुष थाने पहुंच गए। सा’जिशन गि’रफ्तार करने का आ’रोप लगाते हुए उन्हें मुक्त करने की मांग पर अड़ गए। स्थिति बि’गड़ती देख छह थानों कथैया, बरूराज, साहेबगंज, कांटी व पानापुर ओपी की पुलिस को भी बुलाना पड़ा। थाना परिसर में मुखिया समर्थकों और पुलिस में नोक-झोक भी हुई।
पुलिस को बल प्रयोग करने की नौबत आ गई, लेकिन कुछ लोगों ने स्थिति को संभाला। जांच में शराब पीने की पुष्टि होने के बाद मुखिया को जे’ल भेजा गया। मुखिया संघ के प्रखंड अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह, महमदपुर बलमी के मुखिया श्रीकांत कुमार, नागेंद्र साहनी आदि भी थाने पहुंच गए। काफी मशक्कत के बाद मुखिया संघ अध्यक्ष ने लोगों को समझाकर शांत कराया।
समर्थकों के साथ थाने पहुंचीं मुखिया की पत्नी बेबी निशा ने बताया कि पति घर में सो रहे थे। रात करीब एक बजे पुलिस आई और घर को चारों तरफ से घेर लिया। उनका आ’रोप था कि जब तक वह दरवाजा खोलती कुछ पुलिसकर्मी सीढ़ी के सहारे घर के आंगन में घुस आए और सोई अवस्था में पति को गि’रफ्तार कर लिया। उनके साथ अ’पराधियों जैसा ब’र्ताव किया गया। उन्हें कपड़े तक नहीं पहनने दिया गया।
गि’रफ्तारी के बाद पति को किसी दूसरे थाने में रात भर रखा गया। उन्होंने कहा कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के चलते पहले उन्हें शराब पिलाई गई और बाद में गि’रफ्तार करा दिया गया। बताया कि एक सप्ताह पूर्व माधोपुर के बिजुली साहनी की ह’त्या कर श’व को बांस के खंभे से टांग दिया गया था।
इसके बाद पति ने पीड़ित परिवार को काफी मदद पहुंचाई थी। इससे ना’राज लोगों ने सा’जिश रची है। थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने कहा कि जांच में मुखिया के शराब पीने की पुष्टि हुई है। इसके बाद उत्पाद अधिनियम की विभिन्न धाराओं में ए’फआइआर दर्ज करके मुखिया को जे’ल भेजा गया है।

