गर्भ गृह में पूजा करने वाले पहले PM होंगे मोदी:12 जुलाई को बाबा बैद्यनाथ के करेंगे दर्शन

देवघर में बाबा बैद्यनाथ के गर्भ गृह में पूजा अर्चना करनेवाले नरेंद्र मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री होंगे। मनोकामना ज्योतिर्लिंग की उपासना के लिए काफी तैयारी की गई है। वैदिक पुरोहित पीएम को पूजा कराएंगे। इससे पहले मोदी चुनाव प्रचार के दौरान भी बाबा बैद्यनाथ के दर्शन करना चाहते थे, लेकिन नहीं कर पाएं थे।

Baba Baidyanath Dham, Deoghar, Jharkhand - Home | Facebook

वैसे भी मान्यता है कि बाबा बैद्यनाथ​​​​​ की मर्जी के बिना कोई भी दर्शन पूजन का अवसर नहीं पाता है। कहते हैं कि बाबा जिसे बुलाते हैं, वही बाबा के गर्भ गृह में जलाभिषेक और उपासना का अवसर पाता है। देश के कई बड़े VIP लोगों के साथ भी ऐसा ही हुआ है। कई बार दर्शन की इच्छा रखने वालों को भी बाबा की नगरी में आने के बाद भोले का दर्शन नहीं मिल पाया है। यहां तक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का प्रोग्राम भी एक बार कैंसिल हो गया, उन्हें दूसरी बार में बाबा ने दर्शन दिया। प्रधानमंत्री मोदी भी चुनाव प्रचार में देवघर आकर बाबा का दर्शन नहीं कर पाए थे।

बाबा का पूजन करने वाला पहला PM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के पहले प्रधानमंत्री होंगे जो बाबा बैद्यनाथ का पूजन-अर्चना करेंगे। गर्भ गृह में मनोकामना ज्योतिर्लिंग की उपासना के लिए मोदी ने इस बार काफी तैयारी की है। मंदिर में भी उनके पूजन अर्चन की विशेष तैयारी चल रही है। मंदिर की व्यवस्था और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए लगे पंडा धर्मरक्षिणी समाज से जुड़े लोगों का कहना है कि अब तक कोई भी प्रधानमंत्री बाबा मंदिर के गर्भ गृह में नहीं पहुंचा है।

प्रधानमंत्री मोदी ही भारत के पहले प्रधानमंत्री होंगे जो बाबा का स्पर्श पूजा और अनुष्ठान कर पाएंगे। पंडा धर्मरक्षिणी सभा के पदाधिकारियों का कहना है कि बाबा का बुलावा जब तक नहीं होता है तब तक कोई भी दर्शन नहीं कर पाता है। बाबा की महिमा अद्भुत है, इसे कोई भी समझ नहीं पाता है। मान्यता है और देखा भी जाता है कि जब तक बाबा की कृपा नहीं बनती तब तक उनका दर्शन पूजन का अवसर नहीं बन पाता है।

राष्ट्रपति का पहली बार में फेल हो गया था प्लान

पंडा धर्मरक्षिणी समाज के अपाध्यक्ष मनोज कुमार मिश्रा और संजय कुमार मिश्रा काफी समय से मंदिर में रह रहे हैं। पंडा समाज के दोनों पदाधिकारियों का कहना है कि कई बार ऐसा देखा गया है कि बाबा का दर्शन करने की 100 प्रतिशत तैयार करने वाले नहीं आ पाए हैं। उनका कहना है कि राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के साथ भी ऐसा हुआ है। मंदिर में दर्शन पूजन के लिए उनका शेड्यूल फाइनल हो गया था। मंदिर में भी तैयारी हो गई थी, सुरक्षा से लेकर हर व्यवस्था बना ली गई थी, लेकिन इसके बाद भी राष्ट्रपति देवघर नहीं आ पाए। बताया जाता है कि जिस दिन दर्शन पूजन का कार्यक्रम फिक्स था उस दिन ऐसी बारिश हुई ही प्लान ही रद्द करना पड़ा था। बारिश की बाधा ने राष्ट्रपति को दर्शन पूजन से रोक दिया था। बाद में उन्हें 2019 में दर्शन पूजन का अवसर मिला। पंडा समाज के लोगो का कहना है कि प्रधानमंत्री धार्मिक स्थानों पर जाते हें तो पूजन जरूर करते हैं, लेकिन पांचवें ज्योतिर्लिंग और मनोकामना ज्योतिर्लिंग की उपासना लोक सभा चुनाव प्रचार में देवघर आने के बाद भी नहीं कर पाए थे। ऐसे एक दो नहीं दर्जनों उदाहरण है जो दर्शन पूजन के लिए बाबा की मर्जी होने की बात को बल देते हैं।

मनोकामना ज्योतिर्लिंग के लिए पीएम का बढ़ा समय

पंडा समाज से जुड़े लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 जुलाई को देवघर एयरपोर्ट का उद्घाटन करने देवघर आ रहे हैं। प्रधानमंत्री के इस बार देवघर के दौरे में प्रमुख रुप से कार्यक्रम बाबा के दर्शन और पूजन का है। पंडा समाज के लोगों का कहना है कि पहले पीएम मोदी का कार्यक्रम मंदिर में लगभग एक घंटे का था लेकिन इसे बढ़ाया जा रहा है। मंदिर में उपासना का समय बढ़ाने की इच्छा खुद प्रधानमंत्री ने ही जाहिर की है। तैयारी अब नए समय को लेकर है। पीएम के दौरे को लेकर सुरक्षा के साथ व्यवस्था को लेकर पूरी चौकसी है।

वैदिक पुरोहित कराएंगे पूजा

पंडा समाज के लोगों का कहना है कि मंदिर में पीएम के आने पर पहले उनका स्वागत अभिवादन किया जाएगा। वह मंदिर में प्रांगण में आने के बाद सीघा गर्भ गृह में जाएंगे वहां उनके वैदिक पुरोहित रवि शंकर नरौने अभिषेक और स्पर्श पूजा के साथ भगवान की शिव की अन्य पूजा कराएंगे। पंडा समाज का कहना है कि प्रधानमंत्री को भी पता है कि रावणेश्वर स्थापित सती के हृदय में बसे बाबा बैद्यनाथ सभी मनोकामनाओं की पूर्ति करेंगे। इस महात्म और कामना को लेकर ही प्रधानमंत्री ने मंदिर में रहने का समय बढ़ाने की इच्छा जाहिर की है।