प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस्लामिक स्टेट के आतंकियों के निशाने पर हैं। साथ ही उनके निशाने पर भारतीय जनता पार्टी के नेता भी हैं। इसका खुलासा खुफिया एजेंसी IB ने किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की सूचना के बाद बिहार पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को अलर्ट किया है। पुलिस मुख्यालय की तरफ से जारी लेटर के अनुसार, ‘@khorasandairy” ने टि्वटर पर भी 14 जुलाई को इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रान्त (ISKP) के कवर पेज को शेयर किया था। जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिखाया गया है।वॉयस ऑफ खुरासान पत्रिका ने अपने नए एडिशन में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ हमले की बात को लिखा है। इस बात के सामने आने के बाद से सुरक्षा एजेंसियों के बीच हड़कंप मच गया है।
मुस्लिम युवाओं को आमीर खालिद इब्राहिम ने की उकसाने की कोशिश
पुलिस के अनुसार, यह बात सामने आई है कि टेलीग्राम चैनल ‘tearsofumma0 Pro-AQIS/AGH पर एक पोस्ट के जरिए अंसार गजावातुल हिन्द के नए अंतरिम कमांडर अमीर गाजी खालिद इब्राहिम ने भारतीय मुस्लिम युवाओं को उकसाने की कोशिश की है। अपने पोस्ट के जरिए उसने कहा है कि भारत के मुस्लिम युवाओं को समय पर एहसास होना चाहिए कि उनके दर्द और पीड़ा के लिए जिम्मेदार लोग सिर्फ गौ पुजारी नहीं हैं। उनके खिलाफ एक पूरी व्यवस्था लड़ रही है। इसमें भारत की ब्राह्मण सरकार, अदालतें और उनकी पुलिस और सेना शामिल हैं। भारत में रहने वाले मुसलमानों को जितनी जल्दी यह एहसास होगा कि उनके खिलाफ यह युद्ध सदियों पुराने युद्ध का हिस्सा है, उतनी ही जल्दी वे अपने दोस्तों और दुश्मनों के बीच अंतर करने में सक्षम” होंगे।
इन बातों को ध्यान में रख्ते हुए हुए पुलिस मुख्यालय की तरफ से बिहार में सभी जिलों के SSP और एसपी के साथ ही रेल पुलिस को सभी आवश्यक एहतियात बरतने का निर्देश दिया गया है। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा और उसके उपाय पर पहले से फोकस करने को कहा गया है।
बिहार में भाजपा के इन नेताओं पर होगा खास ध्यान
बिहार में भाजपा के 17 सांसद हैं। इनमें गिरिराज सिंह और अश्विनी चौबे केंद्र सरकार में मंत्री भी हैं। ये दोनों ही नेता हिंदुत्व को लेकर मुखर रहे हैं। गिरिराज सिंह को भाजपा का फायर ब्रांड माना जाता है। सांसद व बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल और राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर भी कट्टरपंथियों को बयानों के जरिए अपने निशाने पर लेते रहे हैं।
बिहार में भाजपा के 77 विधायक हैं। हरिभूषण ठाकुर बचौल, संजीव चौरसिया, संजय सिंह और पवन जायसवाल को भाजपा विधायकों में फायर ब्रांड माना जाता है। केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह और अश्विनी चौबे को पहले से ही केंद्र सरकार ने Z श्रेणी की सुरक्षा दे रखी है। जब बिहार में केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर बवाल हुआ और भाजपा नेताओं को निशाना बनाया गया तो सांसद संजय जायसवाल और संजीव चौरसिया को केंद्र सरकार की तरफ से Y श्रेणी की सुरक्षा दी गई।
एक्सपर्ट से जानिए, भाजपा नेताओं की कैसे होगी सुरक्षा
BSF के इंटेलिजेंस यूनिट से रिटायर्ड डिप्टी कमांडेंट ललित सिंह के अनुसार, दिल्ली ज्वाइंट इंवेस्टिगेशन कमेटी (JIC) है। जो पूरी गोपनीयता बरतते हुए काम करती है। देश के और राज्यों के जितने भी काम करने वाले सूचना तंत्र हैं, आर्मी या पैरामिलीट्री फोर्स की इंटेलिजेंस टीम के पास जो भी सुरक्षा को लेकर सूचना आती है, उसे JIC के पास भेजा जाता है। नीड टू नो बेसिस पर जिन्हें सुरक्षा की जरूरत होती है, उनकी सुरक्षा के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजते हैं। इसके बाद ही जरूरत मंद व्यक्ति को अलग-अलग श्रेणी के अनुसार सुरक्षा दी जाती है।
बिहार पुलिस मुख्यालय ने जिस प्रकार सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी किया है, उस पर रिटायर्ड IPS अमिताभ दास ने बताया कि अलर्ट मिलने के बाद जिले के SP अपने सभी SDPO, सर्किल इंस्पेक्टर और थानेदारों को एक आदेश जारी करते हैं। उन्हें अपने इलाके में प्रॉपर मॉनिटरिंग और पेट्रोलिंग करने का आदेश देते हैं। पुलिस के पास इतना फोर्स नहीं है कि हर एक को वो सुरक्षा गार्ड दे सके।