ब्‍लैक गेहूं के बाद बिहार में अब काले धान की खेती, 400 रुपये किलो है ये धान

सीतामढ़ी : बिहार के किसान खेती में लगातार नये प्रयोग करते रहते हैं. इस बीच बिहार में काले गेहूं के के बाद अब काले धान की खेती शुरू हो गई है. सीतामढ़ी के सोनमा गांव के रहने वाले किसान युगेश्वर सिंह ने पहले काले गेहूं की खेती की थी, लेकिन अब काले धान की खेती की वजह से चर्चा में हैं. किसान युगेश्वर सिंह ने बताया कि काले धान की भी सामान्य धान की तरह उपज होती है. जबकि इस धान की खेती करने पर मुनाफा 10 गुना अधिक होता है.

Black Rice: सोने के भाव बिकता है इस क्वालिटी का कला चावल हाथो हाथ किसान होगाकिसान युगेश्वर सिंह ने बताया कि खेत में फसल लगाने के बीज मुजफ्फरपुर से लाते हैं. इसी क्रम में एक बार बीज लाने के लिए मुजफ्फरपुर गए थे. इस दौरान दुकान में काले धान और काले गेहूं के बीज को देखा. दुकानदार से पूछने पर पता लगा कि इसकी खेती करने पर 10 गुणा अधिक मुनाफा होता है. दुकानदार ने बताया कि खेती करने का तरीका और लागत एक जैसी ही है. इसके बाद काले धान का बीज खरीद कर इसकी खेती शुरू कर दी. उन्होंने बताया कि काले धान की कीमत ऑस्ट्रेलिया जैसे देश में एक हजार रुपये प्रति किलो है. जबकि अपने देश में 350 से 400 रुपये प्रति किलो बिकता है. इससे पहले वह ट्रायल के तौर काले गेहूं का भी कर चुके हैं. फिलहाल 10 कट्ठे में काले धान की खेती कर रहे हैं.

कटाई से पहले ही हो जाती है बिक्री
युगेश्वर सिंह के मुताबिक, काले धान और काले गेहूं की मांग इतनी है कि कटने से पहले ही फसल बिक जाती है. उन्होंने बताया कि सीतामढ़ी के चावल और गेंहू के व्यापारी पहले से ही फोन पर बुक कर लेते हैं. धान अभी तैयार भी नहीं हुआ है, लेकिन व्यापारी फोन करने लगे हैं. वहीं, काला गेहूं 75 से 80 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिकता है, तो काले धान की कीमत 400 रुपये तक पहुंच जाती है. धान से पहले 5 कट्ठे में काले गेहूं की खेती की थी. अच्‍छा मुनाफा हुआ था, लिहाजा अब 10 से 15 कट्ठे में काले गेहूं की खेती करेंगे.