रोहिणी आचार्य के नामांकन को लेकर बीजेपी ने गिनवाई कई गलतियां, नागरिकता पर भी उठ रहे सवाल

बिहार की हॉट सीट सारण लोकसभा से राजद प्रत्याशी एवं पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की पुत्री रोहिणी आचार्य  के नामांकन मुश्किल में पड़ गया है।भारतीय जनता पार्टी लीगल सेल के प्रदेश संयोजक एसडी संजय ने सारण लोकसभा क्षेत्र के निर्वाचित पदाधिकारी शंभू शरण पांडे को आवेदन देकर रोहिणी आचार्य के नामांकन में दिए गए शपथ पत्र में कई बिंदुओं पर आपत्ति दर्ज कराई है।

Lalu Yadav daughter Rohini Acharya 3 tweets on Nitish Kumar increased  political stir in Bihar Politics -'नीयत में खोट'...लालू यादव की बेटी रोहिणी  आचार्य की एक के बाद एक 3 ट्वीट नीतीश

भाजपा लीगल सेल के प्रदेश संयोजक ने गिनवाई कई गलतियां

इस संबंध में पटना हाई कोर्ट के वरीय अधिवक्ता एवं भाजपा लीगल सेल के प्रदेश संयोजक एसडी संजय ने बताया कि रोहिणी आचार्य ने नामांकन पत्र के दौरान दिए गए शपथ पत्र में कई तथ्यों को छुपाया है। उन्होंने बताया कि शपथ पत्र में इनकम का पूरा ब्यौरा नहीं दिया है‌। रोहिणी आचार्य के जो नॉमिनेशन पेपर और उनका शपथ पत्र है, उसमें अनेक खामियां पाई गई है है उसी का विरोध दर्ज विरोध दर्ज कराया है।

उन्होंने गलत विवरण पत्र के साथ ही डिक्लेरेशन दिया है।अपनी आयकर विवरणी दाखिल की जिस का जिक्र किया है।अपने शपथपत्र में उन्होंने जो लिखा है कि वह एक साल में उनका इनकम किसी साल में चार हजार है ,किसी साल में तीन लाख है जबकि उन्होंने अपना हाथ में रुपये 20 लाख दिखाया है कि उनके पास है।

संपत्ति पर भी उठाए सवाल

उनके पति के पास 10लाख रुपये है। इतना ही नहीं संपत्ति के बारे में उन्होंने शपथ पत्र में दो करोड़ 55 लाख 925 रुपये,अपने पति समरेश सिंह का छह करोड़ 92 लाख 40 हजार दर्ज कराया है।जबकि उसका कोई सोर्स नहीं है कि तीन करोड रुपये कहां से उनके पास आया है।

उसका कोई विवरण दर्ज नहीं है। इसके अलावा उन्होंने 25 करोड़ का फ्लैट अपने पति के साथ मुंबई में खरीदा है, लेकिन उसका भी कोई डिटेल नहीं है कि जब उनकी विवरण ही आयकर विवरणी में तीन लाख दो लाख है तो 25करोड़ का फ्लैट कहां से आया है। शपथ पत्र में उनका पता सही नहीं है। वे सिंगापुर में रहती हैं लेकिन अपना पता कौटिल्य नगर पटना लिखा है। उन्होंने यह दर्ज नहीं किया है कि आज के दिन भारतीय है सिंगापुर की नागरिक है। वे नॉन डिस्ट्रिक्ट इंडियन हो गई है। यह अंकित नहीं किया है। यह सब आपत्ति स्कूटनी के दौरान हम लोगों ने दर्ज कराया है। उल्लेखनीय हो कि 29 अप्रैल को रोहिणी आचार्य ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था।