#MUZAFFARPUR : शही’द खुदीराम बोस शहा’दत स्थल का सौंदर्यीकरण कार्य पूर्ण, जिला जज द्वारा उद्घाटन

MUZAFFARPUR (ARUN KUMAR ) : का’रा एवं सुधा’र सेवाएं निरी’क्षणालय की ओर से प्राचीन धरोहरों को सहे’जने के प्रयास के मद्देनजर जिले के शही’द खुदीराम बोस केंद्रीय का’रागार स्थित क्रन्तिकारी शही’द खुदीराम बोस के शहा’दत स्थल का सौंदर्यीकरण कार्य संपन्न होने के पश्चात् जिला एवं सत्र न्या’याधीश अनिल कुमार सिन्हा द्वारा न्यायिक सेवा पदाधिकारियों और जे’ल प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी में शुभ उद्घाटन किया गया.

जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह कार्य में व्य’स्तता के करण कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो सकें, हालांकि उन्होंने दूरभाष द्वारा उद्घाटन कि अनुम’ति प्रदा’न कर दी थी. वहीं वरीय पुलिस अधीक्षक जयंत कांत अवका’श में रहने के कारण उप’स्थित नहीं हो सकें.

जेल अधीक्षक राजीव कुमार सिंह ने बताया कि का’रा सुर’क्षा कि दृष्टिकोण से कारा गेट का नवनिर्माण तथा पेरिमीटर दीवार को (18 फ़ीट से 21 फ़ीट) उ’च्चीकरण कार्य एवं 21 फ़ीट दीवार के ऊपर 3 फ़ीट लाइव वायर का अधि’ष्ठापन कार्य पूर्ण हुआ है, जिसका उद्घाटन आज गुरुवार को संध्या 4:45 बजे माननीय जिला एवं सत्र न्या’याधीश अनिल कुमार सिन्हा द्वारा किया गया है.

वहीं जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव राजीव रंजन सिंह ने बताया कि बं’दियों को विधिक सहा’यता सुचारु रूप से प्राप्त हो सके, इसके लिये नये विधिक सहा’यता भवन का उद्घाटन किया गया.
मौके पर मुख्य न्या’यिक दं’डाधिकारी मुकेश कुमार अपर जिला एवं सत्र न्या’याधीश श्रीमती रचना श्रीवास्तव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव राजीव रंजन सिंह, जे’ल अधीक्षक राजीव कुमार सिंह, जे’ल उपाधीक्षक सुनील कुमार मौर्या, प्रधान लिपिक आशुतोष कुमार और जफिर अहमद आदि मौजूद रहें.

बता दें कि 11 अगस्त 1908 को बंगाल के मिदनापुर के क्रां’तिकारी खुदीराम बोस को मुजफ्फरपुर जे’ल में फां’सी दी गई थी. इसके बाद से यहां पर किसी को आज तक फां’सी नहीं दी गई. बीते दिनों जलज’माव के कारण शही’द खुदीराम बोस शहा’दत स्थल की हालत काफी ज’र्जर हो गई थी. जगह-जगह मिट्टी धं’सने की वजह से ग’ड्ढे पड़ने लगे थे.

इन हाला’तों को देखते हुए जे’ल प्रशासन द्वारा मुख्यालय को शहा’दत स्थल के संर’क्षण के लिए प्रस्ताव भेजा गया था, जिसके उपरांत विभाग की ओर से इस कार्य को करने हेतु राशि का आवं’टन भी कर दी गयी थी और कार्य यो’जना के मुताबिक निश्चित समयाव’धि में कार्य पूर्ण करने के निदे’श दिये गए थे.