मुजफ्फरपर : खेलकूद को बढ़ावा देने को लेकर महानिदेशक ने की समीक्षा

मुजफ्फरपुर : जिले में खेल व खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से समाहरणालय सभा कक्ष में एक अहम बैठक हुई। उक्त बैठक राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवींद्रन शंकरन की अध्यक्षता में हुई।

बैठक में आईजी पंकज कुमार सिन्हा, डीएम प्रणव कुमार,उपविकास आयुक्त आशुतोष द्विवेदी उपस्थित थे। साथ ही जिले के विभिन्न खेल संगठनों के पदाधिकारी व प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

बैठक में महानिदेशक ने बताया कि आगे आने वाले दो-तीन वर्षों में खेल को आंदोलन का रूप दिया जाना है। इस दिशा में विभाग के स्तर से सकारात्मक पहल की जा रही है ताकि छुपी हुई प्रतिभाओं को तराशा जा सके। साथ ही खेलकूद के क्षेत्र में बिहार को एक नई पहचान मिल सके।जिले में 19 वर्ष से कम आयु वर्ग के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए विभिन्न खेल से संबंधित आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने लिये आहूत समीक्षात्मक बैठक में महानिदेशक ने बताया कि राज्य सरकार राज्य में विभिन्न खेलों के आधारभूत संरचनाओं को तेजी से विकसित करते हुए प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को अनुकूल बढ़ावा देना चाहती है।

इसी योजना के तहत सर्वप्रथम प्रखंड स्तर पर प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। पुन: जिला स्तर पर प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। जिला स्तर पर सफल होने वाले खिलाड़ी प्रमंडल स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे और अंत में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में सफल होने वाले प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को विशेष प्रशिक्षण राज्य सरकार की ओर से दिलाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि जिले में प्रतिभाओं के पहचानने एवं खेल को लेकर एक अनुकूल माहौल तैयार करने के मद्देनजर जिला स्पोर्ट्स काउंसिल का गठन किया जाएगा। जिसमें जिलाधिकारी ,वरीय पुलिस अधीक्षक एवं जिला खेल अधिकारी होंगे। उन्होंने कहा कि टीम इवेंट से संबंधित खेलो को लेकर राज्य स्तर पर बिहार प्रीमियम लीग की भी शुरुआत की जाएगी जिसमें अलग-अलग खेलों में प्रतिभाशाली खिलाड़ी अपने प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।

उन्होंने बताया कि जिलों में खिलाड़ियों के लिए आधारभूत संरचनाओं का विकास के साथ उनके प्रतिभाओं को तराशने के दिशा में प्रभावी रूप से कार्य किया जाएगा। डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स काउंसिल के द्वारा चयनित किये गए खिलाड़ी को हर संभव हर स्तर पर मदद दी जाएगी। बताया कि उनके प्रशिक्षण के लिए माकूल व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएगी।

जरूरत पड़ी तो अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण उन्हें उपलब्ध कराया जाएगा। एकलव्य सेंटर को री-ऑर्गेनाइज किया जाएगा। साथ ही खिलाड़ियों को स्पोर्ट्स स्कॉलरशिप दिए जाने के दिशा में भी विचार चल रहा है। एनसीसी, एनएसएस और एनवाई के के द्वारा भी प्रतिभाओं की पहचान कराई जाएगी। खेल के क्षेत्र में एक सकारात्मक माहौल बनेगा जिससे खिलाड़ी राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में अपने जिला, राज्य व देश का नाम रोशन करते हुए मेडल प्राप्त कर सकेंगे।

बैठक में विभिन्न खेल संगठनों के प्रतिनिधिगण भी उपस्थित थे। बैठक में उपस्थित विभिन्न खेल संघ के प्रतिनिधियों द्वारा भी अपने महत्वपूर्ण सुझाव रखा गया।