जून-सितम्बर तक जानें इस बार कैसा रहेगा मॉनसून?

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अपने पूर्वानुमान के आधार पर बताया है कि इस साल दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सामान्य रहेगा। मौसम विभाग ने कहा कि जून से सिंतबर के बीच औसत बारिश 868.6 मिमी होने की संभावना है। आईएमडी के अनुसार, बारिश के 1971-2020 की अवधि के 87 सेंटीमीटर दीर्घावधि औसत (LPA) के 96 से 104 प्रतिशत रहने की संभावना है।

आईएमडी ने कहा, ‘दक्षिण-पश्चिम म़ॉनसून के मौसम के लिए 1971-2020 (अवधि) के आधार पर भारत में 868.6 मिलीमीटर बारिश होने की संभावना है। जबकि 1961-2010 अवधि में औसव वर्षा 880.6 मिलीमीटर ही थी। इस बीच, 1971-2020 के आधार पर औसत वर्षा अब 1160.1 मिमी होगी, जो पहले की औसत वर्षा 1176.9 मिमी (1961-2010 के आधार पर) की तुलना में थी।आईएमडी ने कहा कि इस अवधि के दौरान उत्तरी प्रायद्वीप और मध्य भारत के कई क्षेत्रों के साथ-साथ हिमालय की तलहटी और उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने की उम्मीद है। वहीं, इस बीच, पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों, उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों और दक्षिण प्रायद्वीप के दक्षिणी हिस्सों में ‘सामान्य से कम’ बारिश होने की संभावना है।भारतीय मौसम विभाग में मौसम विज्ञान के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि पिछले साल के आंकड़ों को देखते हुए, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के लिए आईएमडी का पूर्वानुमान काफी हद तक सही था, अगस्त को छोड़कर, जहां दक्षिण-पश्चिम मॉनसून को अंततः कम पाया गया था। उन्होंने कहा कि अगर 2021 में हुई बारिश को देखा जाए और उसकी तुलना जून से सितंबर के सामान्य पूर्वानुमान से की जाए तो यह काफी हद तक सही पाया गया। उन्होंने कहा कि आईएमडी इस साल मई महीने के अंतिम सप्ताह में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के लिए एक अपडेट पूर्वानुमान भी जारी करेगा।