20 जून से खुलेगा महुली गंगा घाट स्थित पीपा पुल,आवागमन पर पूरी तरह लगेगा ब्रेक

बिहार: बिहार और उत्तर प्रदेश को भोजपुर जिले के बड़हरा महुली गंगा घाट पर जोड़ने वाला पीपा पुल 20 जून से बंद हो जाएगा। इसके बंद होने से दोनों राज्यों के कई जिलों के बीच आवागमन पर पूरी तरह से ब्रेक लग जाएगा, जिस कारण रोजाना हजारों लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। आरा प्रमंडल में बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के वरीय कार्यपालक अभियंता रामविलास यादव ने बताया कि संभावित मानसून आने के साथ गंगा नदी में बढ़ते जलस्तर को देख 20 जून से पीपा पुल खोला जाएगा। एक-दो दिनों में संवेदक को पुल खोलने का पत्र भेज दिया जाएगा। विशेष परिस्थिति होने पर दो-तीन दिन समय बढ़ाया भी जा सकता है।

बिहार-यूपी के बीच पुल आज होगा चालू, 100 किमी. कम होगी दूरी, झारखंड के भी कई  जिलों को फायदा - Bihar Expressपुल पर परिचालन बंद हो जाने के कारण भोजपुर जिला से उत्तर प्रदेश के बलिया समेत कई जिलों में सड़क मार्ग से लोग आना-जाना नहीं कर पाएंगे। इसके साथ ही भोजपुर के समीप पटना और मगध जोन के जहानाबाद और झारखंड से आने वाली गाड़ियों को भी अब बक्सर-बलिया की तरफ से घूमकर लगभग 100 किलोमीटर की लंबी दूरी ज्यादा तय करनी पड़ेगी।

इधर, बड़हरा प्रखंड अंतर्गत गंगा पार बसे खवासपुर पंचायत के 18 गांव के निवासियों को चार पहिया गाड़ी से अपने प्रखंड मुख्यालय या जिला मुख्यालय आने-जाने के लिए भी 100 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ेगी। हर साल बरसात के मौसम में यहां के लोगों को पीपा खुल जाने के कारण सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हालांकि, मानसून में विलंब और जलस्तर धीमी गति से बढ़ने के कारण पुल खुलने के समय में पांच-सात दिन की बढ़ोतरी भी हो सकती है।

पांच महीने तक बंद रहेगा आवागमन

बड़हरा के महुली गंगा घाट पर पीपा पुल के खुल जाने से उत्तर प्रदेश और बिहार के कई जिलों के हजारों लोगों को अब पांच माह तक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। पुल बंद होने से उत्तर प्रदेश के बलिया, बिहार के छपरा समेत खवासपुर पंचायत के 18 गांव के लोगों को आवागमन में परेशानी होगी।

स्थाई पुल बनाने की मांग नहीं हो रही पूरी

बड़हरा के महुली गंगा घाट पर प्रत्येक वर्ष बनने वाले पीपा पुल के बदले स्थानीय लोग स्थाई पुल बनाने की मांग कर रहे हैं। बिहार सरकार के द्वारा इस पर कारगर पहल नहीं किए जाने के कारण लोगों में आक्रोश है।