बिहार और झारखंड के डिप्टी डाइरेक्टर जनरल (डीडीजी) ब्रिगेडियर एचएस जग्गी ने कहा है कि फिजिकल फिटनेस के बाद अभ्यर्थियों की मेडिकल जांच की जाएगी। इसके बाद लिखित परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा। लिखित परीक्षा 24 नवंबर 2019 और 19 जनवरी 2020 को आयोजित होगी। इसी परीक्षा के आधार पर सफल अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा। फिर इन्हें सेना की विभिन्न सेवाओं में प्रतिनियुक्त कर दिया जाएगा। ब्रिगेडियर जस्सी ने अभ्यर्थियों को हिदायत देते हुए कहा कि सेना में भर्ती की पूरी प्रक्रिया मुफ्त और पारदर्शी है। इसमें किसी भी तरह का कोई शुल्क नहीं है। उन्होंने युवाओं से कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति भर्ती से संबंधित किसी भी तरह से पैसे की मांग करता है, तो तुरंत इसकी सूचना दें। उन्होंने कहा कि भर्ती में दलालों की कोई भूमिका नहीं है। भर्ती पूरी तरह से निष्पक्ष और योग्यता के आधार पर होती है।
सात जिलों से सेना में भर्ती के लिए 64 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। इसमें भाग लेने के लिए सोमवार से ही दानापुर छावनी के आसपास युवाओं का जमावड़ा लगा हुआ है। चूंकि सिपाही भर्ती में शामिल होने वाले ज्यादातर युवा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से संबंधित हैं। इसलिए कई युवाओं को दानापुर छावनी के आसपास फुटपाथ पर ही रात बिताते हुए देखा जा रहा है।